वैसे ये तो हर नए साल की कहानी है जो की कल के अधूरे रह गये सपनों को पूरा करने के लिए एक नई जाग्रति दे जाता है, और फिर से उठ खड़े होने के लिए एक नया जोश और नए उमंग का संचार कर जाता है. तो फिर आइये खड़े हो जाइये एक उज्जवल कल के निर्माण के लिए, एक सुखद भविष्य के लिए, कुछ नया कर गुजरने के सपनों को सजोने और उसे पूरा करने के हर संभव प्रयास के लिए. सभी ब्लॉगर बन्धुवों और पाठकों के साथ-साथ सम्पूर्ण भारत और फिर यूँ कहे की सम्पूर्ण विश्व के उज्जवल भविष्य के लिए अनंत असीम शुभकामनाएं. इंतजार है एक सुदृढ़, सशक्त और संभावनावों से परिपूर्ण कल का,,,,,,,,,,,,,,,,
अबतक बधाइयों का माहौल थोड़ा गर्म था
कविता अभी तक शांत थी कवि अभी तक मौन था
अब जब सब कुछ शांत है बधाइयाँ प्रेषित कर रहा हूँ
न प्रत्यक्ष तो शब्दों से ही खुशियों की झोली भर रहा हूँ
(परीक्षाओं के बीच दो दिन के गैप ने आज एक पोस्ट लिखने का मौका दे दिया. परीक्षाएँ ख़त्म हों तो पोस्ट में कुछ नया जोड़ने का प्रयास करूँगा तबतक के लिए बस इतना ही)
धन्यवाद"
1 comment:
पोस्ट तक देर से पहुची अतः देर से ही नव वर्ष की ढेर सारी शुभकामनायें.............
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